लालची राजा short moral stories in hindi ||a small story in hindi || top 10 moral stories in hindi with moral
लाली राजा
(लघु नैतिक कहानियाँ हिंदी में)
"ये छोटी नैतिक कहानियाँ हिंदी में एक ऐसी कहानी है जो समय की सीमा को पार कर आज भी हमें जीवन का एक महत्वपूर्ण पाठ सिखाती है। लालच की अंधी दौड़ में भागते, हम अक्सर सब कुछ खो देते हैं जो वास्तव में मायने रखता है इस ब्लॉग पोस्ट में, हम राजा मिदास की लघु नैतिक कहानियाँ हिंदी में उस मूल्य से सीखेंगे जो हमें याद दिलाता है कि सच्ची संपत्ति धन-दौलत में नहीं, बल्कि हमारे रिश्ते और प्रेम में निहित है अनमोल कहानी पढ़ें और उसका गंभीर अर्थ बताएं।
राजा मिदास की बेटी को खत्म कर दिया गया, उसके अलावा सोने के अलावा कोई और वस्तु प्रिय नहीं थी। उनका सपना रात-रात भर सोने के खाने और अशर्फियाँ इकट्ठा करने का था। वह अपने मुख्यालय में सोने की गिनती रखता था।
एक दिन, एक देवदूत आया और राजा से कहा, "मिदास! तू बहुत धनी हो।" राजा ने उत्तर दिया, "मैं अमीर कहाँ हूँ? मेरे पास तो यह बहुत छोटा सा सोना है।"
देवदूत ने उनसे पूछा, "तुम्हें इतने सोने से भी संतोष नहीं है कितना सोना चाहिए?" राजा ने कहा, "मैं तो चाहता हूं कि मैं जिस वस्तु को हाथ से छूऊं, वह सोने की हो जाए।"
देवदूत ने उसे एक वरदान दिया कि वह जिस वस्तु को छुएगा, वह सोने की बन जाएगा। राजा मिदास ने ख़ुशी-ख़ुशी सम्मान स्वीकार किया।
अगले दिन, जब राजा ने अपने सोने के सिक्के और अशर्फियाँ छुईं, तो वे सोने की बन गये। उसके कपड़े भी सोने की बन गए। राजा मिदास ने जब अपने महल की दीवारों को बंद कर दिया, तो वे भी सोने की बन गए। उसके बाद जब उसने अपने घोड़े के पौधे को बंद कर दिया, तो वे भी सोने के लिए चले गए। राजा को बड़ी ख़ुशी थी कि उसकी इच्छा पूरी हो गई।
लेकिन जब उन्हें खोजने के लिए पत्ते बंद कर दिए गए, तो वे भी सोने के हो गए। उसने जब भी पानी पीने की कोशिश की, तो पानी भी सोना हो गया। राजा ने शीघ्र ही समझ लिया कि उसका खाना-पीना अहितकर हो गया है।
उसी समय, उसकी प्यारी बेटी उसके पास आई और उसने उसे गले लगा लिया। अचानक, उनकी बेटी भी सोने की मूर्ति में बदल गई। राजा मिदास का दिल टूट गया। उसे अपनी सहजता का एहसास हुआ और उसने देवदूत से मदद मांगी।
देवदूत ने ग्यान राजा से कहा, "तुम्हारी रेड ने पत्थर और बेटी की मूर्ति को पत्थर की मूर्ति बना दिया है। क्या अब तुम भी सोने को सबसे ज्यादा महत्व देते हो?"
राजा मिदास ने औचक उत्तर देते हुए कहा, "नहीं, मैंने समझा है कि मेरी बेटी का प्यार सोने के लिए सबसे अधिक मूल्यवान है। कृपया मुझे माफ़ कर दो और मेरी बेटी को वापस ले आओ।"
देवदूत ने राजा की प्रार्थना से शांति और उसकी बेटी को वापस इंसान में बदल दिया। राजा मिदास ने वादा किया था कि वह अब कभी भी लाल और अपनी बेटी और प्रजा के प्यार को बस्ती के ऊपर नहीं रखेंगे।
लालच का पाठ पढ़ें दुनिया,
जिसमें इंसान भूल बाकी सब कुछ।
धन वर्गीकरण की चाह में अँधेरा,
खो दिया उसने अपना सच्चा सुख।
जिसने भी लालची को नाम दिया,
उसने खुद को ही नुकसान पहुंचाया।
ख़ैर राजा मिदास हो या कोई और,
लालच में ग्यान हर कोई है रोया।
सोने की कीमत क्या थी,
पर खो हमला वो अपने भाई को।
लाल ने दिया ऐसा ज़ख्म,
जिसका कोई मरहम नहीं।
इसलिए हे मानव! सुन ले तू ये बात,
लाला बुरा बला है, छोड़ दे ये साथ।
जो तेरे पास है, वही ख़ुशहाल है,
क्योंकि लालच में छुपी है दुखों का राह।
यह छोटी नैतिक कहानियाँ हिंदी में मिलने वाली सीख यह है कि धन और संपत्ति से सबसे महत्वपूर्ण हमारे अपने और उनके प्यार हैं। लालच में हम अपने सबसे प्रिय रिश्ते को खो सकते हैं।
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